मकसद हमेशा गलत नहीं होता...
ये जितने भी गड्ढे खोदे जाते है ना, किसी के रास्ते में,,,,,
ये ज्यादातर सिर्फ उन्हीं के रास्ते में खोदी जाती है,,
जो पढ़ लिखकर कुछ बनने का सपना देखती है.....
ताकि वो सबकुछ छोड़ कर शादी कर ले..
बाकी जो शादी के लिए ख़ुद ही सबसे हारकर,इंतज़ार कर रही होती है किसी का.....
उन्हें ये अहसास दिलाने की कोशिश किया जाता है कि.....
थोड़ा और पढ़ लिख लेती तो अच्छा होता.....
अनपढ़ कहीं की....................
और फिर बाद में वही लोग ये भी कहने लग जाते है कि......
लड़कियां सरकारी नौकरी वाला इंसान ही चाहती है.....
और कहती...
ये ज्यादातर सिर्फ उन्हीं के रास्ते में खोदी जाती है,,
जो पढ़ लिखकर कुछ बनने का सपना देखती है.....
ताकि वो सबकुछ छोड़ कर शादी कर ले..
बाकी जो शादी के लिए ख़ुद ही सबसे हारकर,इंतज़ार कर रही होती है किसी का.....
उन्हें ये अहसास दिलाने की कोशिश किया जाता है कि.....
थोड़ा और पढ़ लिख लेती तो अच्छा होता.....
अनपढ़ कहीं की....................
और फिर बाद में वही लोग ये भी कहने लग जाते है कि......
लड़कियां सरकारी नौकरी वाला इंसान ही चाहती है.....
और कहती...