तुम मेरे कौन हो?
तुमसे जुदा होने के बाद,
तन्हाई में भी आगे बढ़ना सीख लिया हमने,
अब विचारों में तो होते हो तुम,
लेकिन मंजिल नहीं।
आज भी अकेले चलते सफ़र में तो होते हो तुम,
लेकिन हमसफ़र नहीं।
पर्वों कि रसमों...
तन्हाई में भी आगे बढ़ना सीख लिया हमने,
अब विचारों में तो होते हो तुम,
लेकिन मंजिल नहीं।
आज भी अकेले चलते सफ़र में तो होते हो तुम,
लेकिन हमसफ़र नहीं।
पर्वों कि रसमों...