...

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मैं समय हूं
कल से कल तक ले आज खड़ा हूं
हर युग हर पल कण-कण में पड़ा हूं
राग रागिनी निडर निर्भय हूं
घात अघात घातक प्रलय हूं
क्योंकि मैं समय हूं |
है कौन रहा ऐसा जग में,
जिस संग सदा मैं रहा नहीं हूं
पग पग पकड़ चला जो मुझको,
लेकर उसको मैं और कहीं हूं
क्योंकि मैं समय हूं ||
सतयुग द्वापर त्रेता कलयुग,...