...

17 views

हम शर्माते रह गए
देखा था ख़्वाब मैं और देखते रह गए
चाहा था दिल से और चाहते रह गए

राह-ए-उल्फ़त में साथी की तलाश थे
वो पास थी मगर मैं उसे ढूंढ़ते रह गए

इश्क़ की गली में आवाज़ देता रहा मैं
सुनी नहीं वो और मैं पुकारते रह गए

कह नहीं पाया मैं उससे उस बात को
बताना था सब पर हम शर्माते रह गए

इक राज़ था वो छुपी बात मेरे दिल में
इक़रार करना था पर मैं छुपाते रह गए
© Raj
#shreerajmenon