सन्नाटी सड़के।
सन्नाटी सड़के सताती रात।
कुछ गिने चुने लोग।
सितारों से पूछो बिना चांद के हाल
कुछ किताबे और कुछ याद।
चार दीवारे खुला आसमान।
लहू मैं उबलती...
कुछ गिने चुने लोग।
सितारों से पूछो बिना चांद के हाल
कुछ किताबे और कुछ याद।
चार दीवारे खुला आसमान।
लहू मैं उबलती...