"बंद आंखों में कल का इंतजार है "
बंद आंखों में कल का इंतजार है,
पर अधूरा हुआ हमारा आज हैं,
जो समाने है उस पर यकीन नहीं,
पर कल पर ज्यादा विश्वास है,
ना जाने क्यों आज से चाहत नहीं,
पर कल हुआ ...
पर अधूरा हुआ हमारा आज हैं,
जो समाने है उस पर यकीन नहीं,
पर कल पर ज्यादा विश्वास है,
ना जाने क्यों आज से चाहत नहीं,
पर कल हुआ ...