पंख तो दो, पर डंक भी दो
बेटियों को तितली नहीं ,मधुमक्खी बनाओ
उन्हें पंख तो दो, पर डंक भी दो...
वो फूल रहें पर, शूल के साथ
देवी दिखें, पर त्रिशूल के साथ...
कोई भी हितेषी नहीं तुम्हारा
सिवाय माँ बाप और भाई के...
इनके अलावा...
उन्हें पंख तो दो, पर डंक भी दो...
वो फूल रहें पर, शूल के साथ
देवी दिखें, पर त्रिशूल के साथ...
कोई भी हितेषी नहीं तुम्हारा
सिवाय माँ बाप और भाई के...
इनके अलावा...