बचपन ❤
#स्मृति_कविता
बचपन...
एक बचपन का जमाना था...
जिसमें खुशियों का जमाना था,
बस मौज मस्तिया थी...
ना कोई खुशियों का ठिकाना था...
चाहत चाँद को पाने की थी,
पर दिल तितलियों का दीवाना था...
साम को ना जाने की जिद्द थी...
फिर भी सुबह स्कूल जाना था...
थक कर जब आते थे स्कूल से,
हम फिर भी खेलने जाना था...
बारिश...
बचपन...
एक बचपन का जमाना था...
जिसमें खुशियों का जमाना था,
बस मौज मस्तिया थी...
ना कोई खुशियों का ठिकाना था...
चाहत चाँद को पाने की थी,
पर दिल तितलियों का दीवाना था...
साम को ना जाने की जिद्द थी...
फिर भी सुबह स्कूल जाना था...
थक कर जब आते थे स्कूल से,
हम फिर भी खेलने जाना था...
बारिश...