udaan -
कंधेरे के इलाके में किरण माँगा नही करते
झअ हो काटों का वण सुमन माँगा नही करते
जीसे अधिकार आदर का झुका लेता स्वयं मस्तक
नमन सवयमेव मिलते है नमाण माँगा नही करते
परो में शक्ति हो तोह नाप लो उपलब्ध नभ सारा
उदानो के लिये।।।।।
पंची गगन माँगा नही करते
जीसे मैं प्राण से चाहा
निमन्त्रण के...
झअ हो काटों का वण सुमन माँगा नही करते
जीसे अधिकार आदर का झुका लेता स्वयं मस्तक
नमन सवयमेव मिलते है नमाण माँगा नही करते
परो में शक्ति हो तोह नाप लो उपलब्ध नभ सारा
उदानो के लिये।।।।।
पंची गगन माँगा नही करते
जीसे मैं प्राण से चाहा
निमन्त्रण के...