यह बात बोल नहीं सकते
यह बात बोल नहीं सकते
दिल के लिए वतन होती है
कोई देखें तुम्हें तो
सीने में जलन होती है
हलेकी बोल नहीं सकते
गगन की वतन होती है
जरा सा आह आए तो
आंखें तेरे लिए नम होती है
दिल को चोट लगता है
जुवा बेदम होती हैं
तु कभी भी किसी बात से सकुचाकर
तो दिल घबरातीं सनम होती है
कागज पर लिखते हैं
खून के जद में दम होती है
ओ जलने वाले
अंगुली करने से मुहब्बत कब कम होती है
अमन चैन निंद त्याग कर
अरमानों में चुभन होती है
बोल दे कोई कुछ तो फिर
धड़कन धड़ से गरम होती है
लहू जल जाता है
क्या, क्या नहीं सनम होती है ...
दिल के लिए वतन होती है
कोई देखें तुम्हें तो
सीने में जलन होती है
हलेकी बोल नहीं सकते
गगन की वतन होती है
जरा सा आह आए तो
आंखें तेरे लिए नम होती है
दिल को चोट लगता है
जुवा बेदम होती हैं
तु कभी भी किसी बात से सकुचाकर
तो दिल घबरातीं सनम होती है
कागज पर लिखते हैं
खून के जद में दम होती है
ओ जलने वाले
अंगुली करने से मुहब्बत कब कम होती है
अमन चैन निंद त्याग कर
अरमानों में चुभन होती है
बोल दे कोई कुछ तो फिर
धड़कन धड़ से गरम होती है
लहू जल जाता है
क्या, क्या नहीं सनम होती है ...