दो दिलों की खामोश प्रेम कहानी
वो दोनों एक ही शहर के दो कोनों में बसे
रोज़ अपने कामों में खोए लेकिन दिलों में बसे
आँखों की मुलाकातें बातें बिना शब्दों की सी
दिलों की धड़कनों में छुपी थी सच्ची प्रेम की
बिना बोले समझ जाते, हर एक इशारा
शब्दों की जरूरत ना थी दिलों का था सहारा
बिना कहे हर बात आँखों की ज़ुबानी
दोनों के दिलों की थी ये खामोश कहानी
वो ना कभी बोले ना कभी बयाँ किया
बस इस चाहत को खामोशी से जिया
वो पार्क की बेंच वो दुकान की कतार
हर जगह था उनके प्रेम का इज़हार
कभी बारिश में कभी धूप की किरणों में
दोनों का प्रेम बसा था अनगिनत रंगों में
शब्दों का सहारा नहीं था उनके पास
पर दिलों की भाषा समझते थे बहुत खास
हर छोटी से छोटी बात में दिखता था प्यार
दोनों के खामोश इशारों में छुपा था इक़रार
वक़्त के साथ उनकी मोहब्बत और भी गहरी हो गई
उनकी खामोश कहानियाँ, अब सपनों में खो गई
पर एक दिन जैसे कोई आँधी आई
नाजाने उनके बीच एक लकीर सी आई
पर वक़्त की ताकत खामोशियों की जुबान
मिटा ना सकी दूरी पर उनका था प्रेम महान
फिर मिले दोनों अचानक उसी पुराने मोड़ पर
कैसे जा सकते थे भला एक दूजे को छोड़कर
अब खामोशियों की नहीं थी कोई जरूरत
दिलों ने खुद कह दी अपनी सारी हकीकत
दोनों ने थामा हाथ और कहा साथ रहेंगे हमेशा
तुम बिन जिया जाये कहीं...
रोज़ अपने कामों में खोए लेकिन दिलों में बसे
आँखों की मुलाकातें बातें बिना शब्दों की सी
दिलों की धड़कनों में छुपी थी सच्ची प्रेम की
बिना बोले समझ जाते, हर एक इशारा
शब्दों की जरूरत ना थी दिलों का था सहारा
बिना कहे हर बात आँखों की ज़ुबानी
दोनों के दिलों की थी ये खामोश कहानी
वो ना कभी बोले ना कभी बयाँ किया
बस इस चाहत को खामोशी से जिया
वो पार्क की बेंच वो दुकान की कतार
हर जगह था उनके प्रेम का इज़हार
कभी बारिश में कभी धूप की किरणों में
दोनों का प्रेम बसा था अनगिनत रंगों में
शब्दों का सहारा नहीं था उनके पास
पर दिलों की भाषा समझते थे बहुत खास
हर छोटी से छोटी बात में दिखता था प्यार
दोनों के खामोश इशारों में छुपा था इक़रार
वक़्त के साथ उनकी मोहब्बत और भी गहरी हो गई
उनकी खामोश कहानियाँ, अब सपनों में खो गई
पर एक दिन जैसे कोई आँधी आई
नाजाने उनके बीच एक लकीर सी आई
पर वक़्त की ताकत खामोशियों की जुबान
मिटा ना सकी दूरी पर उनका था प्रेम महान
फिर मिले दोनों अचानक उसी पुराने मोड़ पर
कैसे जा सकते थे भला एक दूजे को छोड़कर
अब खामोशियों की नहीं थी कोई जरूरत
दिलों ने खुद कह दी अपनी सारी हकीकत
दोनों ने थामा हाथ और कहा साथ रहेंगे हमेशा
तुम बिन जिया जाये कहीं...