अंजानी मोहब्बत...
पता नहीं कैसे मोहब्बत हो गई तुमसे,
बस अचानक दिल ने तुझे अपना मान लिया।
न कोई वजह, न कोई बहाना था,
सिर्फ तेरा ख्याल और दिल ने ठान लिया।
पता नहीं कैसे ये एहसास हुआ,
हर पल बस तेरा ही ख्याल रहा।
जितनी बार तुझे देखा, उतनी बार ये हुआ,
पता नहीं कैसे इश्क हो गया तुमसे।
...
बस अचानक दिल ने तुझे अपना मान लिया।
न कोई वजह, न कोई बहाना था,
सिर्फ तेरा ख्याल और दिल ने ठान लिया।
पता नहीं कैसे ये एहसास हुआ,
हर पल बस तेरा ही ख्याल रहा।
जितनी बार तुझे देखा, उतनी बार ये हुआ,
पता नहीं कैसे इश्क हो गया तुमसे।
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