प्यार की ये कैसी परिभाषा
ये बिखरा हुआ काजल ये टूटी चूड़ियां
ये सलवटें सुना रही है इश्क़ की दास्तान
पर चूड़ियों की खनक में गुम सिसकियां
कराहों को सुन के भी सुन न पाया ये जहान
बिखरे हुए काजल के साथ बिखर गए हर ख़्वाब
चूड़ियों की चुभन की तरह चुभते रहे हर...
ये सलवटें सुना रही है इश्क़ की दास्तान
पर चूड़ियों की खनक में गुम सिसकियां
कराहों को सुन के भी सुन न पाया ये जहान
बिखरे हुए काजल के साथ बिखर गए हर ख़्वाब
चूड़ियों की चुभन की तरह चुभते रहे हर...