पूर्ण नारी
हाथ पकड़कर चलने का नाम है जिंदगी, साथ रहकर जीने का नाम है जिंदगी, यही सीखा था यही सुना था, मां कहती थी एक रिश्ते में शिव है नर तो शक्ति है नारी, समाज है नर तो उसका सम्मान है नारी उसका गौरव है नारी, दोनों में एकता समानता यही है सात फेरों की नीव फिर क्यों भूल जाता है वो यह बात, खोखली समाज के नियम- प्यार की कश्ती पे भारी हो जाते है, अपनी बात मनवाने के लिए अपनी शक्ति दिखाता है उस...