इश्क़ है खुद से 🙃
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं,
है इश्क़ खुद से, खुद से खुद को बनाम करना चाहता हूं,
कैसे जी पाऊंगा अपनी ख्वाहिशों से कटकर,
भर-भरा कर गिरुंगा मैं कोई खंडहर बन कर,
मारो मुझको पत्थर मैं शीश-महल बनना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
अपने ही वजूद पर अब यकीन मैं करूंगा,
किसी की नजरों में गिरने के ड़र से न ड़रूंगा,
बोल दूं खुद को मैं खुद पर गुमान करना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
लोगों का ये ड़र मुझको नहीं ड़राता है,
पूरा और आधा चांद भी मुझको माता है,
क्रिसमस ईद दिवाली मैं एक करना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
दोस्ती प्यार वफा से आगे निकल आया हूं,
अपने चरित्र काम प्रमाण देने मैं खुद आया हूं,
जो मेरे दिल को भाये मैं वो काम करना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
मेरी हर सुबह मेरी हर शाम की,
कसम खुदा की रब और राम की,
गागर में सागर मैं भी भरना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
है इश्क़ खुद से, खुद से खुद को बनाम करना चाहता हूं,
कैसे जी पाऊंगा अपनी ख्वाहिशों से कटकर,
भर-भरा कर गिरुंगा मैं कोई खंडहर बन कर,
मारो मुझको पत्थर मैं शीश-महल बनना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
अपने ही वजूद पर अब यकीन मैं करूंगा,
किसी की नजरों में गिरने के ड़र से न ड़रूंगा,
बोल दूं खुद को मैं खुद पर गुमान करना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
लोगों का ये ड़र मुझको नहीं ड़राता है,
पूरा और आधा चांद भी मुझको माता है,
क्रिसमस ईद दिवाली मैं एक करना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
दोस्ती प्यार वफा से आगे निकल आया हूं,
अपने चरित्र काम प्रमाण देने मैं खुद आया हूं,
जो मेरे दिल को भाये मैं वो काम करना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...
मेरी हर सुबह मेरी हर शाम की,
कसम खुदा की रब और राम की,
गागर में सागर मैं भी भरना चाहता हूं,
सुनो.! मैं खुद को बरबाद नहीं बदनाम करना चाहता हूं...