तस्वीर
रोज एक तस्वीर ख़ाक कर रहा हूं
क्यों रोज खुद को याद कर रहा हूं
कि अब एक तमन्ना है खुद से रूठ जाने कि
क्यों तुझसे मिलने कि नई फरियाद कर रहा हूं
उसे...
क्यों रोज खुद को याद कर रहा हूं
कि अब एक तमन्ना है खुद से रूठ जाने कि
क्यों तुझसे मिलने कि नई फरियाद कर रहा हूं
उसे...