शीर्षक- कहने को सब अपने हैं।
शीर्षक- कहने को सब अपने है।
कहने को तो सब अपने है।
पर ये सब सुनहरे सपने है।
पास रहे और वार करें।
दूर रहो तो ताने कसने है।
आगे बढ़ो तो रोकते है,
पल- पल हमको टोकते है,
तकलीफ में साथ देते नहीं,
खुशियों में मिठाई की राह...
कहने को तो सब अपने है।
पर ये सब सुनहरे सपने है।
पास रहे और वार करें।
दूर रहो तो ताने कसने है।
आगे बढ़ो तो रोकते है,
पल- पल हमको टोकते है,
तकलीफ में साथ देते नहीं,
खुशियों में मिठाई की राह...