मेरा रक्त
अब तो आ जा पुत्र मेरे, हो गई हू मै वृद्ध ,
आ जा भर लू तुझे अपनी बाहों में, कर दू तुझे समृद्ध ।
सूख गये है सारे आसू मेरे, आंखे फाटक पर घेरे ।
अपनी माँ को देखने दे बस एक बार तेरा चेहरा, क्युंकि रह ना गया अब मेरा जीवन गहरा।
परदेस मे एसा क्या पाया की तू अपनी माता को भुलाया...
आ जा भर लू तुझे अपनी बाहों में, कर दू तुझे समृद्ध ।
सूख गये है सारे आसू मेरे, आंखे फाटक पर घेरे ।
अपनी माँ को देखने दे बस एक बार तेरा चेहरा, क्युंकि रह ना गया अब मेरा जीवन गहरा।
परदेस मे एसा क्या पाया की तू अपनी माता को भुलाया...