श्री कृष्ण जन्माष्टमी
अरे सुनो! जरा सुनो!
बालक हुआ यशोदा को,
बड़े मोहक मुस्कान,
कपोल उसके गुलाबी हैं,
अखियां का क्या बखान!!
अपनी गोद में लिया है मैंने,
उसमें अलग सी है बात ।
विश्वंभर मेरे हाथ में,
परम कृपा है नाथ।
सुनो -सुनो!
अरे बहन!
जाओ-जाओ...
बालक हुआ यशोदा को,
बड़े मोहक मुस्कान,
कपोल उसके गुलाबी हैं,
अखियां का क्या बखान!!
अपनी गोद में लिया है मैंने,
उसमें अलग सी है बात ।
विश्वंभर मेरे हाथ में,
परम कृपा है नाथ।
सुनो -सुनो!
अरे बहन!
जाओ-जाओ...