#क्या था वो
#अलविदा
तारों की टिमटिम
आकाश था अंधेरा
बल्ब की रौशनी में
पलके झुकी
चेहरा शरमाया
कंबल में जब तुम आए
हल्की छुअन
और सांसे गर्म थी
बस हां कह दो
बस हां कह दो
ना ना,ना ना
करते करते
सिसक उठी थी वो
यौवन ने तभी दस्तक दे दी
ना ना करती हां कर दी वो
सिसक सिसक कर रो पड़ी थी
जिंदगी एसी होती है।
रौशनी बुझी
अंधेरा घना
रात भर सोई थी।
मन कहता पूछ लूं तुझसे
नाम क्या है
इस रिश्ते का
तुम्हारी बातें ना
पूछ सकी
अब तो कह दो
क्या था वो ।
#Dr amrita
© All Rights Reserved
तारों की टिमटिम
आकाश था अंधेरा
बल्ब की रौशनी में
पलके झुकी
चेहरा शरमाया
कंबल में जब तुम आए
हल्की छुअन
और सांसे गर्म थी
बस हां कह दो
बस हां कह दो
ना ना,ना ना
करते करते
सिसक उठी थी वो
यौवन ने तभी दस्तक दे दी
ना ना करती हां कर दी वो
सिसक सिसक कर रो पड़ी थी
जिंदगी एसी होती है।
रौशनी बुझी
अंधेरा घना
रात भर सोई थी।
मन कहता पूछ लूं तुझसे
नाम क्या है
इस रिश्ते का
तुम्हारी बातें ना
पूछ सकी
अब तो कह दो
क्या था वो ।
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