औरत
डाँक्टर इंजीनियर कलाकार
पुलिस फौजी खिलाड़ी लेखिका
बन देश का मान बढाती औरत
तेरे कई नाम कई रुप कई गुण
बेला गुलाबो जुही चंमा चमेली
नामो से पुकारी जाती देश घर
आँगन गुलशन को अनपढ़ बन
महकाती फूलो सी, काँटो की
चुभन सहन करती जाती जरूरत
पडने पर दुर्गा काली चंडी बन
राक्षसों का नर संहार करती
तो कभी माँ की ममता लुटाती
औरत तेरी बस यही है कहानी
पुलिस फौजी खिलाड़ी लेखिका
बन देश का मान बढाती औरत
तेरे कई नाम कई रुप कई गुण
बेला गुलाबो जुही चंमा चमेली
नामो से पुकारी जाती देश घर
आँगन गुलशन को अनपढ़ बन
महकाती फूलो सी, काँटो की
चुभन सहन करती जाती जरूरत
पडने पर दुर्गा काली चंडी बन
राक्षसों का नर संहार करती
तो कभी माँ की ममता लुटाती
औरत तेरी बस यही है कहानी