...

10 views

बदनामी
सरकार ने नारा दिया,
"बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ"
नारा तो नारा ही रह गया,
लड़की का कोई सम्मान ही नहीं रहा।
जहां पहले लड़की पर्दे में थी,
आज वो बेपर्दा हो गई।
जब पर्दे में थी,
तब भी उसे अपनों ने ही नोंचा ,
आज बेपर्दा हो गई,
तो उसकी अस्मत की,
लगा रहा हर कोई बोली।
क्या भारत जैसे देश में,
नारी का यही है सम्मान?
जहां ग्रंथों में कहा गया-
"यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता"
यह बातें सिर्फ बनकर...