कुछ तेरे कृतियों को बना कर रखा हूं।
कुछ तेरे कृतियों को बना कर रखा हूं
तेरे जाने के बाद उन्हें सजा कर रखा हूं
सब धूमिल सा है जीवन के आज इस राह पे
फिर भी तुझे...
तेरे जाने के बाद उन्हें सजा कर रखा हूं
सब धूमिल सा है जीवन के आज इस राह पे
फिर भी तुझे...