चाहत
तुम्हें अपनी आग़ोश में मेहफ़ूज़ रखना चाहता हूँ
तुम्हारे दिल की धड़कन में ख़ुद को महसूस करना चाहता हूँ
ख़ुदा मौत आज़माए इससे पहले
तेरी रूह में समा कर अपने वजूद को फ़ना कर देना चाहता हूँ
ता-उम्र नज़रों के शामियाने में रहना चाहता हूँ
तुम्हारी परछाईं को अपना आशियाना कहना चाहता हूँ
नफ़रत के पाँव तले टूट कर बिख़र न जाऊँ इससे पहले
तेरे प्यार से सँवरना चाहता...
तुम्हारे दिल की धड़कन में ख़ुद को महसूस करना चाहता हूँ
ख़ुदा मौत आज़माए इससे पहले
तेरी रूह में समा कर अपने वजूद को फ़ना कर देना चाहता हूँ
ता-उम्र नज़रों के शामियाने में रहना चाहता हूँ
तुम्हारी परछाईं को अपना आशियाना कहना चाहता हूँ
नफ़रत के पाँव तले टूट कर बिख़र न जाऊँ इससे पहले
तेरे प्यार से सँवरना चाहता...