7 views
इक प्रश्न मेरा
मैंने तेरी ओर देखा
दुनियाॅं ने दिवाना कहा
जब तेरी तरफ नजरें ना उठीं
दुनियाॅं ने बेवफा कहा
मैनें तो कुछ सोचा भी नहीं
सबने पागल मुझे कहा
आज कटघरे में खड़ा था
एक अपराध की वजह से
जिससे अज्ञात था कुछ देर पहले तक
हतप्रभ था
सबके चेहरों को देखकर नहीं
तुम्हारे झूठे आरोप से।
ना हीं प्यार था तुझसे
ना हीं कोई नफरत
यह परिणाम फिर क्यूॅं?
यही सोच रहा हूॅं
इक थोपे गए अपराधबोध के साथ।
दुनियाॅं ने दिवाना कहा
जब तेरी तरफ नजरें ना उठीं
दुनियाॅं ने बेवफा कहा
मैनें तो कुछ सोचा भी नहीं
सबने पागल मुझे कहा
आज कटघरे में खड़ा था
एक अपराध की वजह से
जिससे अज्ञात था कुछ देर पहले तक
हतप्रभ था
सबके चेहरों को देखकर नहीं
तुम्हारे झूठे आरोप से।
ना हीं प्यार था तुझसे
ना हीं कोई नफरत
यह परिणाम फिर क्यूॅं?
यही सोच रहा हूॅं
इक थोपे गए अपराधबोध के साथ।
Related Stories
16 Likes
4
Comments
16 Likes
4
Comments