एक बात कहूँ
एक बात कहूँ.......
काली रात में चांद की रौशनी के जैसे हो तुम ,जरुरी नहीं बहुत जरुरी हो तुम...
फूलो की खुशबु के जैसे साथ हो तुम
क्या बताऊं कितने ख़ास हो तुम..
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काली रात में चांद की रौशनी के जैसे हो तुम ,जरुरी नहीं बहुत जरुरी हो तुम...
फूलो की खुशबु के जैसे साथ हो तुम
क्या बताऊं कितने ख़ास हो तुम..
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