...

10 views

तेरी तस्वीर ....
तेरी तस्वीर को जब भी देखा करती हूँ,
नैनों से निकले आसुँ,
न जाने क्या ऐसा जादू है तेरी तस्वीर में,
की जब भी देखा करती हूँ,
हो जाती हूं, तेरी यादों में गुम,
एक तरफ़ा खुशी होती है,
जैसे ही तुम्हारी तस्वीर देखती हूँ,
सारे दिन भर की थकान उतर जाती है,
के तू मेरा सच्चा साथी है,
पर यह सोचकर रोती हूं,
की होगा अपना मिलन,
ये सोचकर गयी मैं हार,
के ऐसा है नूर तुम्हारा,
की हर तरफ़ होता है तेरा ही दीदार,
ऐसा भोली है तुम्हारी तस्वीर,
बन चुके हो तुम तक़दीर,
तस्वीर हो या ना हो,
तुम्हें हमने अपने दिल में बसाया है,
अपना पुरा हक़ सिर्फ़ तु जताया है......

© Kashish Chandnani