तुम और मैं
तुम लेखनी तो बनो पहले,,
मैं शब्द बन जाऊँगी।।
तुम रूह तो बनो पहले ,,
मैं अहसास बन जाऊँगी।।
हाँ, तेरा मेरा साथ
इस तरह का होगा हरपल ,,
जैसे कल्पना ही ना की जा सके
एक - दूसरे का वजूद ...
मैं शब्द बन जाऊँगी।।
तुम रूह तो बनो पहले ,,
मैं अहसास बन जाऊँगी।।
हाँ, तेरा मेरा साथ
इस तरह का होगा हरपल ,,
जैसे कल्पना ही ना की जा सके
एक - दूसरे का वजूद ...