15 views
अब कि पिया इस होली में
अबीर गुलाल न सही
अंग लगा लो पिया मोहे
अब कि पिया इस होली में 🖍
विरह के आतिशबार अंगारों को
मिलन फुहारों से सरशार करो मोहे
अब कि पिया इस होली में 🖍
नहीं भाता अब श्वेत पैरह्रन
सिंदूरी रंग से परिप्लावित करो मोहे
अब कि पिया इस होली में 🖍
नीरवता का सन्नाटा घेरे
प्रेम से गुंजार करो मानस को मोहे
अब कि पिया इस होली में 🖍
अरमानों की झोली खाली
दुल्हा बन ऋतुराज तुम आओ
अब कि पिया इस होली में 🖍
© ऋत्विशा
अंग लगा लो पिया मोहे
अब कि पिया इस होली में 🖍
विरह के आतिशबार अंगारों को
मिलन फुहारों से सरशार करो मोहे
अब कि पिया इस होली में 🖍
नहीं भाता अब श्वेत पैरह्रन
सिंदूरी रंग से परिप्लावित करो मोहे
अब कि पिया इस होली में 🖍
नीरवता का सन्नाटा घेरे
प्रेम से गुंजार करो मानस को मोहे
अब कि पिया इस होली में 🖍
अरमानों की झोली खाली
दुल्हा बन ऋतुराज तुम आओ
अब कि पिया इस होली में 🖍
© ऋत्विशा
Related Stories
30 Likes
21
Comments
30 Likes
21
Comments