...

15 views

जिस ने जेसा चाहा हम वेसे बन गए
जिस ने जेसा चाहा हम वेसे बन गए

कभी ख्वाब तो कभी,
हकीकत बन गए.

कभी उनके लिए खिलौना तो,
कभी उनके लिए खेल बन गए.

कभी उनकी आँखों में बस गए,
तो कभी उनके दिल से उतर गए।

जिस ने जेसा चाहा हम वेसे बन गए,

कभी उनकी मुस्कुराहट की वजह बन गए,
कभी उनकी गम के हकदार बन गए.

बन के रह गए हम,
उनकी ख्वाहिशों को पूरा करने वाले,

कभी उनके लिए अपने तो, कभी उनके लिए गैर बन गए.
© destiny_16.17