कृष्ण प्रेम❤️
खड़ी तट पर राधा...
राह देखे श्याम का...
चिंतन में मोहन की...
किधर रह गयो बृज ग्वाला...
ग्वाल बाल संग खेलन लाग्यो...
म्हारो नटखट नंद लाला...
ग्वालों संग सब भूल गयो...
याद न रही...
राह देखे श्याम का...
चिंतन में मोहन की...
किधर रह गयो बृज ग्वाला...
ग्वाल बाल संग खेलन लाग्यो...
म्हारो नटखट नंद लाला...
ग्वालों संग सब भूल गयो...
याद न रही...