गलियों का राजा
चालें चलूं मैं बहुत
तुझसे कम, खुद से ज्यादा
कहां तू आसमान, कहां ये फकीर...
तुझसे कम, खुद से ज्यादा
कहां तू आसमान, कहां ये फकीर...