एसा भी होता है कहीं// this also happens somewhere
हर मांगी दुआ कुबूल हो जाए
ये ज़रूरी तो नहीं,
अपने सपनो में खोए उन सितारों को चुन पाना कोइ खेल तो नहीं।
मंजील न मिलने पर भी
अपने खोए टुकड़े को ढूंढते रहना
आसान तो नहीं।।
चांद को निहारना आसान है,
लेकिन उसके दागों को छुपा पाना
कोई बच्चों का खेल तो नहीं।
अपने मोहब्बत को दूर होते देख भी
उसकी सर मैं शाम –ए –मलंग की दुआ देना किसी कश्मकश से कम नहीं,
उसके दीदार अब न मिलेगा
इस सोच...
ये ज़रूरी तो नहीं,
अपने सपनो में खोए उन सितारों को चुन पाना कोइ खेल तो नहीं।
मंजील न मिलने पर भी
अपने खोए टुकड़े को ढूंढते रहना
आसान तो नहीं।।
चांद को निहारना आसान है,
लेकिन उसके दागों को छुपा पाना
कोई बच्चों का खेल तो नहीं।
अपने मोहब्बत को दूर होते देख भी
उसकी सर मैं शाम –ए –मलंग की दुआ देना किसी कश्मकश से कम नहीं,
उसके दीदार अब न मिलेगा
इस सोच...