देखने का नज़रिया
नज़रे सबकी एक जैसी
नज़रिये सबके अलग
इस दुनिया में नही कोई हम जैसा
और नही हम किसी दूसरे जैसे
फिर भी लोग देखते है अपने नज़रिये से
ना की सामने वाले की परिस्थिति से।
नज़रिये सबके अलग
इस दुनिया में नही कोई हम जैसा
और नही हम किसी दूसरे जैसे
फिर भी लोग देखते है अपने नज़रिये से
ना की सामने वाले की परिस्थिति से।
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