क्या कहें उस बलिदान के बारे में..
जो सरहद पर खड़ा,
अपने मातृभूमि के लिए लड़ा,
कितना भी हो अंजाम बुरा,
उसने फिर भी रणभूमि ना छोड़ा,
उसका बलिदान है सबसे बड़ा,
जरा सोचो उस बलिदान के बारे में,
जब थें हम आनंद के उजियारे में,
तब वे थें शहादत के अंधियारे में,
क्या कहें उस बलिदान के बारे में...
क्या कहूं उस महामानव को,...
अपने मातृभूमि के लिए लड़ा,
कितना भी हो अंजाम बुरा,
उसने फिर भी रणभूमि ना छोड़ा,
उसका बलिदान है सबसे बड़ा,
जरा सोचो उस बलिदान के बारे में,
जब थें हम आनंद के उजियारे में,
तब वे थें शहादत के अंधियारे में,
क्या कहें उस बलिदान के बारे में...
क्या कहूं उस महामानव को,...