औरत
कहते हैं औरत क्या करती है....
घर में ही तो रहना है तुमको...
बस घर का काम होता करना हे तुमको
खाना बर्तन कपड़े झाड़ू पूछा
ये तो कोई भी कर सकता हैै
बच्चे पालना थोड़े ना कठिन है
ये तो हर औरत की जिम्मेदारी है
पर ये सब कहना आसान है
मगर एक औरत होना आसान नहीं
सुबह उठती है जल्दी
आधी नींद त्याग कर
अपने बिखरे सपनों को संजोने के लिए
शायद कभी कभी तो वह पुरे भी नहीं होते
भागम भाग सी...
घर में ही तो रहना है तुमको...
बस घर का काम होता करना हे तुमको
खाना बर्तन कपड़े झाड़ू पूछा
ये तो कोई भी कर सकता हैै
बच्चे पालना थोड़े ना कठिन है
ये तो हर औरत की जिम्मेदारी है
पर ये सब कहना आसान है
मगर एक औरत होना आसान नहीं
सुबह उठती है जल्दी
आधी नींद त्याग कर
अपने बिखरे सपनों को संजोने के लिए
शायद कभी कभी तो वह पुरे भी नहीं होते
भागम भाग सी...