अगर पूछों तो बताऊँ।
अगर पुछो तो बताऊं,
कितनी चाहत है जताऊँ।
जिस मुस्कान की घंटो इन्तजार करता,
उसे एक नज़रो मे सहेज भी ना पाऊं।
मिलने की हसरत चलो बयां कर भी दूँ,
फिर...
कितनी चाहत है जताऊँ।
जिस मुस्कान की घंटो इन्तजार करता,
उसे एक नज़रो मे सहेज भी ना पाऊं।
मिलने की हसरत चलो बयां कर भी दूँ,
फिर...