ये लालसा मिलन की
न जाने कैसे हैं ये रंग तेरा,
एकबार लगे तो कभी छूटें ना,
करे अरदास जो ये मन मेरा,
बस तू मुझसे कभी रूठे ना।
पाप पुण्य के इस खेल में,
जब जलता हैं ये मन मेरा,
बन उठता तेरा चित्र...
एकबार लगे तो कभी छूटें ना,
करे अरदास जो ये मन मेरा,
बस तू मुझसे कभी रूठे ना।
पाप पुण्य के इस खेल में,
जब जलता हैं ये मन मेरा,
बन उठता तेरा चित्र...