तुने लाज रखी मेरे मालिक तेरा शुक्रिया है
दिल के इख्तियार में सिर्फ तुम ही हो
लगता हैं ये बात मेरी सबसे पुरानी हैं
पूरा हुआ शिक्षिका बनने का सपना तेरा
इसमैं अपनी दुआओं की बड़ी रवानी है
मैं कुछ नहीं लभों पे मेरे तेरा जिक्रिया है
तुने लाज रखी मेरे मालिक...
दुआओं में यकीनन असर होता हैं
ये तो सच में खुदा का सफर होता हैं
लेकिन इसे सजदे में रखना वो जाने
जिसके हृदय में सच में सबर होता हैं
मैं दुल्हन तेरे नाम की तुम मेरा पिया है
तुने लाज रखी मेरे मालिक...
हृदय में प्रेम की आहट तो सिर्फ पुष्प से हुई
फिर तो हर लम्हा कयामत बन गया मेरे लिए
बड़ी दया हुई सतगुरु मेरे अपने की मुझ पर
फिर तो वकील साहिब रहमत बन गया मेरे लिए
पुष्प और मनोज दो जिस्म एक जिया है
तुने लाज रखी मेरे मालिक...
© Manoj Vinod-SuthaR
लगता हैं ये बात मेरी सबसे पुरानी हैं
पूरा हुआ शिक्षिका बनने का सपना तेरा
इसमैं अपनी दुआओं की बड़ी रवानी है
मैं कुछ नहीं लभों पे मेरे तेरा जिक्रिया है
तुने लाज रखी मेरे मालिक...
दुआओं में यकीनन असर होता हैं
ये तो सच में खुदा का सफर होता हैं
लेकिन इसे सजदे में रखना वो जाने
जिसके हृदय में सच में सबर होता हैं
मैं दुल्हन तेरे नाम की तुम मेरा पिया है
तुने लाज रखी मेरे मालिक...
हृदय में प्रेम की आहट तो सिर्फ पुष्प से हुई
फिर तो हर लम्हा कयामत बन गया मेरे लिए
बड़ी दया हुई सतगुरु मेरे अपने की मुझ पर
फिर तो वकील साहिब रहमत बन गया मेरे लिए
पुष्प और मनोज दो जिस्म एक जिया है
तुने लाज रखी मेरे मालिक...
© Manoj Vinod-SuthaR