शायरी...
सोचा था दिल की कलम सें
मोहब्बत के अफसाने लिखेंगें...
लेकीन दिल तो बच्चा हैं ना...
मोहब्बत के अफसाने लिखेंगें...
लेकीन दिल तो बच्चा हैं ना...