पुरानी यादें- कुछ पूरी,कुछ अधूरी
दिल के किसी कोने में
पुराने यादें धूल खा रही थी,
सोचा इन्हें बाहर निकाल
व्यवस्थित रख देते है।
फिर पास उनके होने से
कई तस्वीरे आ-जा रही थी,
सोचा घर में खाली बैठे...
पुराने यादें धूल खा रही थी,
सोचा इन्हें बाहर निकाल
व्यवस्थित रख देते है।
फिर पास उनके होने से
कई तस्वीरे आ-जा रही थी,
सोचा घर में खाली बैठे...