माँ
हर तकलीफ खुद सहती है
किसी से कुछ न कहती है
हर आहट पर दौड़ी जाए
कहीं सोया बच्चा उठ न जाए
अपने बच्चे की नींद के लिए तो वह
रात रात भी न सोती है
सारे रिश्ते अलग रखो
एक बच्चे की मां वो होती है
प्यार उसका नहीं नापा जाता
स्नेह उसका नहीं आंका जाता
पूछो उससे, उस पर कितना सुख बीतता है जब उसका बच्चा
पहले मां बोलना सीखता है
सब को बुला कर वह सुनाती है
अब इसने यह सीखा
बार-बार बताती है
सारे रिश्ते अलग रखो
एक बच्चे की मां वो होती है
माँ ही उसे संभालती है
जब बच्चा किसी बात पर फिसलता है
और बच्चे के मुंह से भी दुख में
मां शब्द ही निकलता है
बड़े...
किसी से कुछ न कहती है
हर आहट पर दौड़ी जाए
कहीं सोया बच्चा उठ न जाए
अपने बच्चे की नींद के लिए तो वह
रात रात भी न सोती है
सारे रिश्ते अलग रखो
एक बच्चे की मां वो होती है
प्यार उसका नहीं नापा जाता
स्नेह उसका नहीं आंका जाता
पूछो उससे, उस पर कितना सुख बीतता है जब उसका बच्चा
पहले मां बोलना सीखता है
सब को बुला कर वह सुनाती है
अब इसने यह सीखा
बार-बार बताती है
सारे रिश्ते अलग रखो
एक बच्चे की मां वो होती है
माँ ही उसे संभालती है
जब बच्चा किसी बात पर फिसलता है
और बच्चे के मुंह से भी दुख में
मां शब्द ही निकलता है
बड़े...