मुकम्मल
मुकम्मल हो गई है उदासी मेरी
मुकम्मल हो गई है नाउम्मीदगी मेरी
नए पथ पर बढ़ चले हैं जो कदम
मंजिल देख चहक गए हैं नयन
जिगर में अब एक नई ऊर्जा है
मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा है
© Pooja Arora
मुकम्मल हो गई है नाउम्मीदगी मेरी
नए पथ पर बढ़ चले हैं जो कदम
मंजिल देख चहक गए हैं नयन
जिगर में अब एक नई ऊर्जा है
मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा है
© Pooja Arora
Related Stories