प्रकृति का अनोखा रूप
प्रकृति का है अनोखा रूप, कभी
कहीं पानी बरसता है तो कहीं
नदियां बहती हैं, कहीं समुद्र उफान
पर हैं तो कहीं शांत सरोवर है।
कभी हवाएं तीव्र वेग से बहती हैं,
तो कभी मौन हो जाती हैं।
कभी आसमान नीला दिखाई देता है,
तो कभी काले बादलों से घिर जाता है,
तेज गर्जना के साथ...
कहीं पानी बरसता है तो कहीं
नदियां बहती हैं, कहीं समुद्र उफान
पर हैं तो कहीं शांत सरोवर है।
कभी हवाएं तीव्र वेग से बहती हैं,
तो कभी मौन हो जाती हैं।
कभी आसमान नीला दिखाई देता है,
तो कभी काले बादलों से घिर जाता है,
तेज गर्जना के साथ...