अरमान
कभी-कभी कुछ अरमान पुरे नहीं हो पाते है
कुछ ख्वाहिशें अधूरी रह जाती है
कॉफी उनके हिस्से की अब भी वैसी पडी है
और हम उनके बग़ैर नहीं पी पाते है
© ख़यालों में रमता जोगी
कुछ ख्वाहिशें अधूरी रह जाती है
कॉफी उनके हिस्से की अब भी वैसी पडी है
और हम उनके बग़ैर नहीं पी पाते है
© ख़यालों में रमता जोगी