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अँधेरों से कह दो
अँधेरों से कह दो
छोड़ दें वो राह मेरी
उजाला इल्म का पाने को
मैं किताबों में झाँक रही हूँ।
नहीं हूँ मोहताज
किसी पर भी रोशनी के लिए
देख लो..... शम्स तुम भी अब
तेरी सहर के लिए नहीं ताक रही हूँ
#इल्म
#किताब
#शम्स
© Pankaj Bist 'Ruhi'
छोड़ दें वो राह मेरी
उजाला इल्म का पाने को
मैं किताबों में झाँक रही हूँ।
नहीं हूँ मोहताज
किसी पर भी रोशनी के लिए
देख लो..... शम्स तुम भी अब
तेरी सहर के लिए नहीं ताक रही हूँ
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#किताब
#शम्स
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