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पापा मेरे तो सब कुछ थे आप
हे जन्मदाता, कहां चले गए देकर मुझे जीवनदान,
स्वीकार करे आपके चरणों में मेरा प्रणाम।।

हूं कितना भाग्यबली की आप सा जन्मदाता पाया
मित्र, प्रेरणा, गुरु, पिता, मार्गदर्शक, जीवन रक्षक
एक अकेले आपसे ही तो हरेक ये नाता पाया।।
पिता ही नही पिता से कई बढ़कर थे आप,
पापा मेरे तो सबकुछ थे आप।।
पापा मेरे तो सबकुछ थे आप।।

वो वक्त कितना विकराल होगा,
जब आया आपका काल होगा,
हाय कितना निर्दय हो गया होगा ईश्वर,
जरा भी न उसको मेरा खयाल होगा।।
खेल गए खेल मुझको जीवन दान देकर,
हाय बदले में ले गए आपके प्राण हरकर।।

आखरी काल दर्द से ना जाने कितना कर्रआते होंगे,
मुझको कंठ से लगाने को हाय कितना छटपटाते होंगे,
हाय ये देख निर्दय काल तो केवल हंसते होंगे,
आप उत्सुकता से दरीचे पर निगाह किए मुझको तकते होंगे
पर हाय ये दुर्भाग्य की मैं नियति से लड़ न सका,
आखरी काल आपके साथ रह न सका।।
आपको अपने आलिंगन में भर ना सका।।
जाना था अपने कंधो पे आपको आपके गंतव्य लेकर,
पर हाय दुर्भाग्य मैं...