...

8 views

प्रेमिका की तुलना चाँद से ही क्यों??
प्रेमिका की तुलना चाँद से ही क्यों?
सूर्य से क्यों नहीं??
तुम उससे ही प्रेम करते हो,जिसका तुम्हें अंदाज़ा है..
अपरिचित और शक्तिशाली चीजों से
या तो तुम डरते हो
या पूजने लग जाते हो,
मगर प्रेम नहीं कर पाते...
तुम अब तक प्रेम से कितने अपरिचित हो
बाँसुरी बजाता कन्हैया प्रेम में तुम्हें प्रिय है
मगर सती का शव हाथों में धरे
शंकर से क्यों डरते हो?
तुम प्रेम तो चाहते हो मगर
अपनी सीमाओं के भीतर
तुम प्रेम करना भी जानते हो
पर सार्वभौमिकता से भागते हो!
तुम प्रेम से अभी बहुत दूर हो....!!