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एक कुत्ता 🐕….
एक पहाड़ी पें एक कुत्ता रहता था !
जब भी मैं पहाड़ी पें जाऊँ,
वह हमेशा सोता मिलता था…
देखने में उसका चेहरा बड़ा ख़तरनाक था !
उसके बड़े-बड़े कान थे,
और छोटा सा नाक था…
पता नहीं वो कैसे जीता था,
और कभी भी मुझे वो कुछ ना कहता था!
एक पहाड़ी पे एक कुत्ता रहता था,
जब भी मैं पहाड़ी पे जाऊँ
वो हमेशा सोता मिलता था…
एक दिन पहाड़ी पें ख़ूब शोर हुआ है,
भयानकर आवाज़ आई और!
पकड़ो-पकड़ो वो चोर गया…
पहाड़ी के लोगों ने
एक जलती आग को देखा…
छोटे से बच्चे ने बोला!
मैंने चोर को इस तरफ़ आगे जाते को देखा…
“जिंद” काला घना था जंगल और,
एक नदी जिस में ठंडा पानी बहता था…..
एक पहाड़ी पें एक कुत्ता रहता था !
जब भी मैं पहाड़ी पें जाऊँ,
वह हमेशा सोता मिलता था…
मैं थोड़ा आगे बढ़ा और
कुत्ता मेरे सामने आकर रुक गया।
जब मैं उसके दायें-बाएँ से होकर निकलने लगा…
तो वो मेरे आगे आकर झुक गया।
शायद उसको लगा आगे
मेरी ज़िंदगी को ख़तरा है,
इसे लिए वो मेरे हमेशा आगे-आगे रहता था….
एक पहाड़ी पें एक कुत्ता रहता था !
जब भी मैं पहाड़ी पें जाऊँ,
वह हमेशा सोता मिलता था…
#जलते_अक्षर
© ਜਲਦੇ_ਅੱਖਰ✍🏻
जब भी मैं पहाड़ी पें जाऊँ,
वह हमेशा सोता मिलता था…
देखने में उसका चेहरा बड़ा ख़तरनाक था !
उसके बड़े-बड़े कान थे,
और छोटा सा नाक था…
पता नहीं वो कैसे जीता था,
और कभी भी मुझे वो कुछ ना कहता था!
एक पहाड़ी पे एक कुत्ता रहता था,
जब भी मैं पहाड़ी पे जाऊँ
वो हमेशा सोता मिलता था…
एक दिन पहाड़ी पें ख़ूब शोर हुआ है,
भयानकर आवाज़ आई और!
पकड़ो-पकड़ो वो चोर गया…
पहाड़ी के लोगों ने
एक जलती आग को देखा…
छोटे से बच्चे ने बोला!
मैंने चोर को इस तरफ़ आगे जाते को देखा…
“जिंद” काला घना था जंगल और,
एक नदी जिस में ठंडा पानी बहता था…..
एक पहाड़ी पें एक कुत्ता रहता था !
जब भी मैं पहाड़ी पें जाऊँ,
वह हमेशा सोता मिलता था…
मैं थोड़ा आगे बढ़ा और
कुत्ता मेरे सामने आकर रुक गया।
जब मैं उसके दायें-बाएँ से होकर निकलने लगा…
तो वो मेरे आगे आकर झुक गया।
शायद उसको लगा आगे
मेरी ज़िंदगी को ख़तरा है,
इसे लिए वो मेरे हमेशा आगे-आगे रहता था….
एक पहाड़ी पें एक कुत्ता रहता था !
जब भी मैं पहाड़ी पें जाऊँ,
वह हमेशा सोता मिलता था…
#जलते_अक्षर
© ਜਲਦੇ_ਅੱਖਰ✍🏻
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