...

14 views

BACHPAN
यूं तो बचपन की कई यादें हैं ,
कुछ अच्छी है और कुछ पुरानी है |

कुछ ज़ख़म लगे थे दिल पे ,
जो आज भी ताज़ा है यादों में |

कुछ बेवक्त की बातें थी ,
कुछ धुंधली सी यादें है |

ना जीत की फिक्र थी ,
ना हार का गम था |

उसके साथ बिताया हुआ ,
हर पल मेरे बचपन का था |

कभी खुल के जिया हर लम्हे को ,
तो कभी रो के दर्द को भुला दिया |

थोड़ा रुठने में थोड़ा मनाने में ,
गुजर गया था मेरा बचपन ||



© adhoore khwab